अल्लू अर्जुन ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंथ रेड्डी के आरोपों पर अपनी प्रतिक्रिया दी है, जिसमें उन्हें ‘पुष्पा 2’ फिल्म के थिएटर में हुए स्टैम्पेड की घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया गया था। मुख्यमंत्री ने विधानसभा में आरोप लगाया था कि अल्लू अर्जुन ने पुलिस के आदेशों की अवहेलना करते हुए थिएटर का दौरा किया और एक महिला की मौत के बाद भी वहां से नहीं गए। इस पर अभिनेता ने आरोपों को सिरे से नकारा और उन्हें ‘चरित्र हनन’ के रूप में बताया।

अल्लू अर्जुन का स्पष्ट बयान: ‘मैंने पुलिस के निर्देशों का पालन किया’
अल्लू अर्जुन ने कहा, “जैसे ही मुझे थिएटर के बाहर कुछ समस्या के बारे में पता चला, मैंने तुरंत वहां से निकलने का फैसला किया। लेकिन मुझे अगले दिन ही पता चला कि एक महिला की मौत हो गई और उनका बेटा गंभीर रूप से घायल हुआ। मुझे उस रात इस बारे में कोई जानकारी नहीं थी। यह एक बहुत दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। मेरे 20 साल के फिल्मी करियर में ऐसा कभी नहीं हुआ।” अल्लू अर्जुन ने यह भी कहा कि वह किसी को भी दोष नहीं दे रहे हैं। “मैंने कभी भी पुलिस या सरकार को दोषी नहीं ठहराया है। यह एक दुखद घटना है, जो नहीं होनी चाहिए थी।”
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अल्लू अर्जुन का सवाल: ‘क्या आप सोचते हैं कि मैं इतने संवेदनहीन हो सकता था?’
अल्लू अर्जुन ने इस घटना पर अपनी निराशा जाहिर करते हुए कहा, “मैं अपने बच्चों के साथ थिएटर में था। क्या आप सोचते हैं कि मैं इतनी असंवेदनशीलता दिखा सकता था?” उन्होंने यह भी कहा कि अगर पुलिस ने उन्हें बताया होता कि उनकी उपस्थिति से कोई हादसा हुआ है, तो वह तुरंत वहां से चले जाते। “क्या आप सोचते हो कि यदि पुलिस ने मुझे बताया कि एक महिला की मौत हो गई है और बच्चा अस्पताल में है, तो मैं इतना अमानवीय हो सकता था कि थिएटर से बाहर नहीं जाता?”
अल्लू अर्जुन का बयान: ‘मैंने परिवार के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाई’
अल्लू अर्जुन ने यह भी बताया कि जब वह पीड़ित परिवार से मिलना चाहते थे, तो पुलिस ने उन्हें कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर ऐसा करने से मना किया। “मैंने उनके पिता और बेटे से मिलने की कोशिश की, लेकिन मुझे बताया गया कि अगर मैं जाता तो भीड़ फिर से जमा हो जाएगी। इस वजह से मैंने खुद नहीं गया, लेकिन मैंने अपने पिता को और कुछ अन्य लोगों को भेजकर परिवार से मिलवाया और वादा किया कि हम उनका ख्याल रखेंगे।”
सीएम के आरोपों का जवाब: ‘यह चरित्र हनन है’
अल्लू अर्जुन ने मुख्यमंत्री के आरोपों का जवाब देते हुए कहा, “जो चरित्र हनन किया जा रहा है, वह दुर्भाग्यपूर्ण है। मैंने हमेशा पुलिस के निर्देशों का पालन किया है। अगर मुझे अनुमति नहीं दी जाती, तो मुझे कहा जाता और मैं वापस लौटता।” अभिनेता ने इस घटना को लेकर कहा कि वह हमेशा कानून का पालन करते रहे हैं और उनके खिलाफ लगाए गए आरोप गलत हैं।
फिल्म इंडस्ट्री और राजनीति के बीच तनाव
यह घटना न केवल फिल्म इंडस्ट्री बल्कि राजनीति में भी एक बड़े विवाद का कारण बन चुकी है। मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि अल्लू अर्जुन ने पुलिस के आदेशों की अवहेलना की और महिला की मौत के बाद भी वहां से नहीं गए। वहीं, अल्लू अर्जुन का कहना है कि वह हमेशा पुलिस के निर्देशों का पालन करते हैं और वह एक जिम्मेदार नागरिक हैं। इस घटना के बाद से दोनों पक्षों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है, और यह मामला अब राजनीतिक और फिल्मी हलकों में चर्चा का विषय बन चुका है।
अल्लू अर्जुन की प्रतिक्रिया: ‘मेरे पास 20 साल का सम्मान है’
अल्लू अर्जुन ने अपनी बात को खत्म करते हुए कहा, “मैंने इस इंडस्ट्री में 22 साल की मेहनत से सम्मान कमाया है, और अब मेरी छवि को ऐसे आरोपों से नुकसान पहुंचाना गलत है।” उन्होंने कहा कि इस घटनाक्रम से वह बेहद दुखी हैं, लेकिन वह हमेशा उन लोगों के साथ खड़े रहेंगे जो उनका समर्थन करते हैं।
निष्कर्ष
अल्लू अर्जुन का यह बयान इस विवाद को और जटिल बना सकता है। अभिनेता ने हर आरोप का जवाब देकर अपनी स्थिति को स्पष्ट किया है, लेकिन राजनीतिक दबाव और मीडिया में फैली गलत सूचनाओं ने इस मामले को और भी गंभीर बना दिया है। अब यह देखना होगा कि यह विवाद कैसे सुलझता है और क्या अल्लू अर्जुन अपनी छवि को फिर से स्थापित कर पाएंगे।