दीवाली मुहूर्त ट्रेडिंग(Diwali Muhurat Trading) 2024: क्या यह 31 अक्टूबर को है या 1 नवंबर को? तारीख, समय, महत्व, पिछले रिटर्न और अन्य जानकारी यहाँ देखें

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जैसे-जैसे दीवाली का त्योहार नजदीक आ रहा है, न केवल परिवारों में उत्सव का माहौल है, बल्कि भारतीय स्टॉक मार्केट में भी एक विशेष इवेंट के लिए तैयारी चल रही है। यह इवेंट है मुहूर्त ट्रेडिंग, जो हर साल दीवाली के दिन आयोजित होता है। इस वर्ष, मुहूर्त ट्रेडिंग 1 नवंबर 2024 को शाम 6:00 बजे से 7:10 बजे तक आयोजित की जाएगी। इस विशेष एक घंटे के ट्रेडिंग सत्र का सांस्कृतिक और वित्तीय महत्व है, जो निवेशकों के लिए उत्सव का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुका है।

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मुहूर्त ट्रेडिंग का महत्व

भारत में, मुहूर्त ट्रेडिंग का आयोजन दीवाली के अवसर पर किया जाता है, जो न केवल एक पारंपरिक परंपरा है, बल्कि इसे धन और समृद्धि के प्रतीक के रूप में भी देखा जाता है। इस दिन, निवेशक नए साल की शुरुआत मानते हैं और स्टॉक्स खरीदने को अपने लिए शुभ मानते हैं। यह विचारधारा है कि इस समय किया गया निवेश भविष्य में समृद्धि और सकारात्मक रिटर्न लाएगा।

दीवाली के दिन मुहूर्त ट्रेडिंग का आयोजन एक घंटे के लिए होता है, जिसमें सभी स्टॉक एक्सचेंज और ट्रेडिंग सेगमेंट सक्रिय रहते हैं। इस दौरान विभिन्न श्रेणियों में ट्रेडिंग की जाती है, जैसे कि इक्विटी, कमोडिटी डेरिवेटिव्स, करेंसी डेरिवेटिव्स, और अधिक। यह एक ऐसा अवसर है जब अनुभवी निवेशक अपने पोर्टफोलियो में विविधता लाने और नए सिरे से निवेश करने का निर्णय लेते हैं।

मुहूर्त ट्रेडिंग 2024 का कार्यक्रम

बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) ने मुहूर्त ट्रेडिंग के लिए कार्यक्रम की घोषणा की है। इस साल, ट्रेडिंग 1 नवंबर को शाम 6:00 बजे से 7:10 बजे तक होगी। इस दौरान, सभी निवेशक अपने स्टॉक्स की खरीद-फरोख्त कर सकते हैं। पहले से योजना बनाना महत्वपूर्ण है, क्योंकि इस सत्र के समाप्त होने से 15 मिनट पहले सभी इन्ट्राडे पोजिशन्स अपने आप बंद कर दिए जाएंगे।

इस मुहूर्त ट्रेडिंग सत्र में बाजार के प्रदर्शन पर नजर रखना आवश्यक है। आमतौर पर, इस सत्र में ट्रेडिंग वॉल्यूम कम होता है, लेकिन कुछ स्टॉक्स में उच्चतम गति देखने को मिल सकती है। इतिहास में, कई निवेशकों ने इस समय सकारात्मक रिटर्न का अनुभव किया है। उदाहरण के लिए, पिछले 17 विशेष सत्रों में से 13 में BSE सेंसेक्स ने उच्च स्तर पर बंद किया है।

पिछले वर्षों में बाजार का प्रदर्शन

इतिहास के अनुसार, दीवाली मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान निवेशकों को अच्छा लाभ मिला है। पिछले कुछ वर्षों में, सेंसेक्स ने कई बार बढ़त हासिल की है, और कई निवेशकों ने इस अवसर का लाभ उठाया है। 2008 में, सेंसेक्स ने इस एक घंटे के सत्र में 5.86% की वृद्धि दर्ज की, जो उस समय की सबसे अच्छी प्रदर्शन थी।

इस साल, मुहूर्त ट्रेडिंग का आयोजन करते समय निवेशकों को ध्यान में रखना चाहिए कि बाजार में उतार-चढ़ाव हो सकता है। इस साल की दिवाली को लेकर कई लोग कन्फ्यूज हैं कि यह 31 अक्टूबर को है या 1 नवंबर को। ऐसे में स्टॉक एक्सचेंज अपनी ट्रेडिंग छुट्टियों में बदलाव कर सकता है। अगर ऐसा होता है, तो एक्सचेंज एक अलग सर्कुलर जारी करेगा।

मुहूर्त ट्रेडिंग की विशेषताएँ

मुहूर्त ट्रेडिंग एक सांकेतिक निवेश का समय है, जिसमें सभी ट्रेडिंग सेगमेंट शामिल होते हैं। इस दिन का महत्व केवल वित्तीय नहीं, बल्कि सांस्कृतिक भी है। इसमें भाग लेने वाले निवेशक अपने नए निवेशों के साथ नए साल का स्वागत करते हैं। इस दिन की परंपरा में, जो लोग इस सत्र में ट्रेड करते हैं, वे इसे अपने लिए भाग्य लाने का अवसर मानते हैं।

दीवाली के बाद बाजार का भविष्य

इस साल, दीवाली के बाद की स्थिति को देखते हुए, कई आर्थिक संकेतक संकेत दे रहे हैं कि भारत की अर्थव्यवस्था धीरे-धीरे सुधार की दिशा में बढ़ रही है। जैसे-जैसे वैश्विक दरों में कटौती हो रही है, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति में भी बदलाव देखने को मिल सकते हैं। एक्सपर्ट्स का मानना है कि आगामी संवत वर्ष में कुछ दरों में कटौती हो सकती है, जिससे बाजार को बढ़ावा मिल सकता है।

निष्कर्ष

दीवाली मुहूर्त ट्रेडिंग एक महत्वपूर्ण अवसर है, जो न केवल निवेशकों के लिए संभावनाएँ प्रस्तुत करता है, बल्कि भारतीय संस्कृति की समृद्धि का प्रतीक भी है। जैसे-जैसे 1 नवंबर की तारीख नजदीक आ रही है, अनुभवी निवेशक और नए निवेशक दोनों ही इस मौके का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। इस सत्र में भाग लेकर वे अपने वित्तीय लक्ष्यों को पूरा करने की दिशा में एक कदम और बढ़ा सकते हैं।

तो तैयार रहें, इस दीवाली मुहूर्त ट्रेडिंग के साथ अपने वित्तीय वर्ष की शुरुआत करने के लिए!

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