महाराष्ट्र की राजनीति के केंद्र में एक बार फिर से देवेंद्र फडणवीस ने अपनी जगह बना ली है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भाजपा विधायी दल के नेता के रूप में सर्वसम्मति से चुने जाने के बाद मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने की तैयारी कर ली है। 5 दिसंबर को मुंबई के आज़ाद मैदान में आयोजित होने वाला यह शपथ ग्रहण समारोह न केवल महाराष्ट्र के लिए बल्कि देश की राजनीति के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर बन गया है।

भाजपा की ऐतिहासिक जीत और फडणवीस का नेतृत्व
भाजपा ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में 288 सीटों में से 132 सीटें जीतकर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट) और अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी के साथ, महायुति गठबंधन के पास 230 सीटों का विशाल बहुमत है। इस सफलता ने यह साबित कर दिया है कि देवेंद्र फडणवीस का नेतृत्व और भाजपा की नीति राज्य के लोगों के दिलों में गहरी छाप छोड़ चुकी है।
एकनाथ शिंदे बने डिप्टी सीएम
एकनाथ शिंदे, जिन्होंने अपनी सादगी और कार्यकुशलता के लिए पहचान बनाई है, अब डिप्टी मुख्यमंत्री के रूप में अपनी भूमिका निभाएंगे। शिंदे ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वह पार्टी और महाराष्ट्र की जनता के हितों को प्राथमिकता देते हैं। हाल ही में उन्होंने कहा, “मैं भाजपा के फैसले का समर्थन करता हूं और नए सरकार गठन में कोई रुकावट नहीं डालूंगा।”
शपथ ग्रहण समारोह की भव्यता
मुंबई के ऐतिहासिक आज़ाद मैदान में गुरुवार शाम 5 बजे देवेंद्र फडणवीस अपने तीसरे कार्यकाल के लिए मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। यह कार्यक्रम भव्यता और सुरक्षा के लिहाज से अभूतपूर्व होगा। समारोह में लगभग 40,000 भाजपा समर्थकों की उपस्थिति की उम्मीद है। वहीं, 2,000 वीवीआईपी मेहमान, जिनमें विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता और धार्मिक समुदायों के प्रमुख शामिल होंगे, के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं।
सुरक्षा व्यवस्था के सख्त इंतजाम
इस भव्य समारोह के लिए सुरक्षा के इंतजाम अभूतपूर्व हैं। कार्यक्रम स्थल पर 3,500 से अधिक पुलिसकर्मी, 520 अधिकारी, और विशेष बल जैसे स्टेट रिजर्व पुलिस फोर्स (एसआरपीएफ), क्विक रिस्पांस टीम (क्यूआरटी), दंगा नियंत्रण टीम, डेल्टा और बम निरोधक दस्ते को तैनात किया गया है। मुंबई पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी इस पूरे सुरक्षा प्रबंधन की निगरानी करेंगे।
सुरक्षा के साथ-साथ यातायात व्यवस्था पर भी विशेष ध्यान दिया गया है। ट्रैफिक विभाग के 280 से अधिक कर्मचारी यातायात को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए लगाए गए हैं। नागरिकों को निजी वाहनों के बजाय लोकल ट्रेनों और सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करने की सलाह दी गई है ताकि भीड़भाड़ से बचा जा सके।
भाजपा की नई सरकार के प्रति उम्मीदें
देवेंद्र फडणवीस ने एक बार फिर से महाराष्ट्र की जनता का विश्वास जीतकर यह साबित कर दिया है कि वे राज्य के विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने अपने पिछले कार्यकाल में विभिन्न विकास योजनाओं को आगे बढ़ाया और राज्य में स्थिरता का माहौल बनाया। इस बार उनकी प्राथमिकताओं में किसानों की समस्याओं का समाधान, बुनियादी ढांचे का विकास, और रोजगार के अवसरों का सृजन प्रमुख रहेगा।
भाजपा विधायी दल की बैठक और केंद्रीय नेतृत्व की भूमिका
भाजपा के विधायी दल की बैठक में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने केंद्रीय पर्यवेक्षक की भूमिका निभाई। इनकी उपस्थिति ने इस महत्वपूर्ण निर्णय प्रक्रिया को और भी सशक्त बनाया। बैठक में विधायकों और पार्टी नेताओं ने सर्वसम्मति से फडणवीस के नाम का समर्थन किया। इसके बाद फडणवीस ने राज्यपाल से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश किया।
एक नई शुरुआत का संकेत
इस शपथ ग्रहण समारोह के साथ महाराष्ट्र एक नई शुरुआत की ओर बढ़ रहा है। देवेंद्र फडणवीस की अगुवाई में सरकार राज्य के विकास और जनकल्याण को प्राथमिकता देने के लिए प्रतिबद्ध है। उनकी नई टीम को राज्य की जनता से अपार समर्थन मिलने की उम्मीद है। यह समारोह न केवल महाराष्ट्र के लिए एक राजनीतिक आयोजन है बल्कि एक ऐसा अवसर है जो राज्य की जनता को नई ऊर्जा और उत्साह प्रदान करेगा। देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में महाराष्ट्र के विकास की कहानी अब एक नए अध्याय की ओर बढ़ रही है।