BEML लिमिटेड, एक प्रमुख सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी, ने बुधवार को रक्षा मंत्रालय से 136 करोड़ रुपये के ठेके की घोषणा की, जिसके तहत 8×8 हाई मोबिलिटी व्हीकल्स (HMV) की आपूर्ति की जाएगी।

यह ठेका भारत की रक्षा क्षमता को मजबूत करने और सरकार के आत्मनिर्भर भारत (Atmanirbhar Bharat) के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। यह घोषणा BEML द्वारा की गई है, जो देश की सैन्य तैयारियों में अपनी भूमिका को सुदृढ़ करने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम है।
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HMV 8×8: भारतीय रक्षा क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण नवाचार
यह 8×8 हाई मोबिलिटी व्हीकल्स भारतीय सेना के लिए रणनीतिक महत्व के होंगे, खासकर बैटल फील्ड सर्विलांस सिस्टम (BFSS) परियोजना के तहत। इस परियोजना का उद्देश्य भारतीय सशस्त्र बलों की निगरानी और रणनीतिक संचालन क्षमता को बढ़ाना है, जिससे उन्हें विभिन्न इलाकों और जलवायु परिस्थितियों में बेहतर तरीके से काम करने में मदद मिलेगी। यह ठेका केवल भारत के रक्षा उद्योग को आत्मनिर्भर बनाने में मदद करेगा, बल्कि स्वदेशी तकनीक में नवाचार को भी बढ़ावा देगा।
स्वदेशी हाई मोबिलिटी व्हीकल्स के फीचर्स और क्षमताएं
BEML के अत्याधुनिक निर्माण संयंत्रों में निर्मित इन HMVs को विशेष रूप से चुनौतीपूर्ण वातावरण में उत्कृष्ट विश्वसनीयता और बहुपरकारी क्षमता प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। HMV 8×8 में ऐसे फीचर्स हैं जो अत्यधिक गतिशीलता, स्थिरता और परिचालन सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं, भले ही वे सबसे कठिन परिस्थितियों में काम कर रहे हों। ये वाहन -20 डिग्री सेल्सियस से लेकर +55 डिग्री सेल्सियस तक के तापमान में कार्य करने में सक्षम हैं, और समुद्र तल से 5,000 मीटर की ऊंचाई तक ऑपरेट कर सकते हैं, जो इनके बहुपरकारी क्षमताओं को साबित करता है।
BEML के चेयरमैन शंतनु रॉय का बयान: इंजीनियरिंग उत्कृष्टता और प्रतिबद्धता
BEML के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर शंतनु रॉय ने इन वाहनों के विकास पर गर्व व्यक्त करते हुए कहा, “स्वदेशी रूप से विकसित HMV 8×8 वाहन हमारे इंजीनियरिंग उत्कृष्टता और भारत की सशस्त्र सेनाओं को अत्याधुनिक गतिशीलता समाधान प्रदान करने के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करते हैं।” यह बयान BEML की उस निरंतर प्रतिबद्धता को दर्शाता है जो स्वदेशी तकनीकी समाधान के माध्यम से भारतीय रक्षा क्षेत्र को सशक्त बनाने में है।
BEML के रक्षा उत्पादों की विविधता और रणनीतिक महत्व
HMV 8×8 वाहन BEML की विस्तृत रक्षा समाधान श्रृंखला का नवीनतम जोड़ हैं। BEML दशकों से भारतीय रक्षा उद्योग में अग्रणी भूमिका निभा रहा है, और इसके द्वारा निर्मित उत्पादों में रॉकेट और मिसाइल लांचर्स, आर्मर्ड रिकवरी और रिपेयर व्हीकल्स (ARRV), रडार और संचार प्रणालियों के लिए हाई मोबिलिटी ऑल-टेरेन व्हीकल्स, और टैक्टिकल अनमैन्ड एरियल व्हीकल्स (UAVs) शामिल हैं। ये उत्पाद BEML की बहुपरकारी और तकनीकी क्षमता को दर्शाते हैं, जो भारतीय सेना के विभिन्न जरूरतों को पूरा करने में सक्षम हैं।
BEML के प्रमुख निर्माण संयंत्र और अनुसंधान सुविधाएं
BEML का संचालन तीन प्रमुख क्षेत्रों में होता है: रक्षा और एयरोस्पेस, खनन और निर्माण, और रेलवे और मेट्रो। इन विविध क्षेत्रों में काम करने से BEML को भारतीय निर्माण क्षेत्र में अपनी अग्रणी स्थिति बनाए रखने में मदद मिलती है। कंपनी के निर्माण संयंत्र बेंगलुरु, कोलार गोल्ड फील्ड्स (KGF), मैसूर, और पलक्कड़ जैसे विभिन्न स्थानों पर स्थित हैं। इन संयंत्रों में अत्याधुनिक अनुसंधान और विकास (R&D) सुविधाएं हैं, जो इसके उत्पादों में निरंतर नवाचार और सुधार का समर्थन करती हैं।
BEML के वित्तीय आंकड़े: मजबूत प्रदर्शन और भविष्य की संभावना
मार्केट परफॉर्मेंस की बात करें तो BEML के शेयरों में सकारात्मक वृद्धि देखी गई है। कंपनी के शेयर BSE पर 4,471.40 रुपये प्रति शेयर की कीमत पर ट्रेड हो रहे हैं, जो उस दिन लगभग 2:40 बजे 2.48 प्रतिशत की बढ़ोतरी को दर्शाता है। यह वृद्धि कंपनी के हाल के ठेके और भारतीय रक्षा क्षेत्र में उसकी निरंतर भागीदारी को लेकर निवेशकों का विश्वास दर्शाती है।
BEML का योगदान: भारतीय सेना की रणनीतिक जरूरतों को पूरा करना
यह रक्षा मंत्रालय से हुआ ठेका BEML की रक्षा निर्माण क्षेत्र में अपनी स्थिति मजबूत करने की रणनीति का हिस्सा है। भारतीय सरकार अपनी रक्षा उत्पादन क्षमता को मजबूत करने की दिशा में बड़े कदम उठा रही है, और BEML का योगदान इस बड़े प्रयास का एक अहम हिस्सा है। जैसे-जैसे भारत अपनी रक्षा उत्पादन क्षमता में आत्मनिर्भर बनने की ओर बढ़ रहा है, BEML जैसे PSUs के साथ सहयोग अत्यंत महत्वपूर्ण है ताकि देश की सैन्य जरूरतों को पूरा किया जा सके।
BEML का दीर्घकालिक दृष्टिकोण: रक्षा निर्माण में निरंतर नवाचार
BEML का रक्षा क्षेत्र में योगदान केवल वाहन की आपूर्ति तक सीमित नहीं है। कंपनी ने ऐसे कई उत्पाद विकसित किए हैं जो देश की रक्षा क्षमता को बढ़ाने में मदद करते हैं। इसका निरंतर नवाचार और तकनीकी उत्कृष्टता पर जोर, भारतीय सेना की रणनीतिक जरूरतों को समझने के साथ-साथ स्वदेशी तकनीक पर आधारित समाधान प्रदान करने की कंपनी की प्रतिबद्धता को दिखाता है।
BEML के लिए यह ठेका कैसे भारतीय रक्षा क्षमता को सुदृढ़ करेगा
आगे देखते हुए, BEML भारतीय सैन्य बलों के लिए उच्च तकनीकी समाधान प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित करेगा। कंपनी का अनुसंधान और विकास में निरंतर निवेश यह सुनिश्चित करता है कि वह रक्षा निर्माण के क्षेत्र में अग्रणी बनी रहे। जैसे-जैसे कंपनी बढ़ेगी, यह भारतीय सरकार और रक्षा क्षेत्र के अन्य प्रमुख भागीदारों के साथ और सहयोग बढ़ाने की संभावना है।
BEML के शेयरों में हाल ही में सकारात्मक वृद्धि देखी गई है, जो कंपनी के मजबूत प्रदर्शन और भारतीय रक्षा क्षेत्र में इसके निरंतर योगदान को दर्शाता है। BSE पर BEML के शेयर 4,471.40 रुपये प्रति शेयर पर ट्रेड हो रहे हैं, जो उस दिन 2:40 बजे लगभग 2.48 प्रतिशत की बढ़ोतरी को दर्शाता है। यह वृद्धि निवेशकों के विश्वास को और मजबूत करती है, खासकर रक्षा मंत्रालय से मिले 136 करोड़ रुपये के ठेके के बाद। इस ठेके से कंपनी के बाजार में स्थिति और बेहतर हुई है, जिससे इसके शेयरों में आगे और उछाल देखने की संभावना है।
इस सकारात्मक खबर के बाद, बाजार में BEML के शेयरों में और वृद्धि की उम्मीद जताई जा रही है। रक्षा मंत्रालय से प्राप्त ठेके की खबर ने निवेशकों का विश्वास बढ़ाया है, और आने वाले दिनों में इसके शेयरों में और मजबूती देखने को मिल सकती है। अगर यह ट्रेंड जारी रहता है, तो कल BEML के शेयर और भी ऊपर जा सकते हैं, क्योंकि बाजार की प्रतिक्रिया इस ठेके को लेकर काफी सकारात्मक रही है। निर्मल बंग ने कहा कि शेयर 5,600 रुपये तक जा सकता है। लक्ष्य मौजूदा बाजार मूल्य से 23 प्रतिशत अधिक का सुझाव देता है।
BEML का रक्षा मंत्रालय से मिला 136 करोड़ रुपये का ठेका कंपनी के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, जो भारतीय रक्षा क्षेत्र में इसके योगदान को और अधिक मजबूत करता है। इसके अत्याधुनिक निर्माण क्षमताओं और मजबूत उत्पाद पोर्टफोलियो के साथ, BEML भारत की रक्षा क्षमताओं को बढ़ाने में अहम भूमिका निभा रहा है और आने वाले समय में भी इसका योगदान महत्वपूर्ण रहेगा।