शेयर बाजार की गिरावट हमेशा निवेशकों के लिए चिंता का विषय होती है, खासकर उन लोगों के लिए जो हाल ही में निवेश की दुनिया में कदम रख चुके हैं। जब बाजार ऊपर जा रहा होता है, तो निवेशकों को लगता है कि यह सिलसिला कभी खत्म नहीं होगा, लेकिन जब बाजार गिरने लगता है, तो घबराहट और असमंजस बढ़ जाता है। लोग जल्दबाजी में गलत फैसले लेते हैं, जिससे उन्हें भारी नुकसान झेलना पड़ सकता है। ऐसे में यह समझना बेहद ज़रूरी है कि शेयर बाजार में गिरावट कोई असामान्य घटना नहीं है, बल्कि यह निवेश के स्वाभाविक चक्र का हिस्सा है।

अगर आप बाजार की गिरावट में सही रणनीति अपनाते हैं, तो यह आपके लिए एक शानदार अवसर भी साबित हो सकता है। गिरते बाजार में समझदारी से निवेश करने वाले निवेशक लंबी अवधि में अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। लेकिन इसके लिए धैर्य और सही दृष्टिकोण अपनाने की ज़रूरत होती है। सबसे पहले, आपको बाजार की अनिश्चितताओं को स्वीकार करना होगा और भावनाओं के बजाय तर्क के आधार पर निवेश के फैसले लेने होंगे।
कई लोग बाजार गिरते ही अपने निवेश को बेचने की गलती कर देते हैं, जबकि यह लंबी अवधि के लिए हानिकारक साबित हो सकता है। इसके बजाय, आपको अपने पोर्टफोलियो को समझदारी से मैनेज करने और सही एसेट एलोकेशन पर ध्यान देने की ज़रूरत है। SIP (सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) को जारी रखना और ओवरट्रेडिंग से बचना, गिरते बाजार में आपको सुरक्षित रख सकता है।
इसके अलावा, बाजार की गिरावट के दौरान घबराहट में आकर निवेश बंद करने से बेहतर है कि आप अपने निवेश लक्ष्यों और उनकी समय सीमा को ध्यान में रखते हुए सही फैसले लें। इक्विटी फंड्स, खासकर स्मॉल-कैप फंड्स, को हमेशा लंबी अवधि के नजरिए से देखें, जबकि शॉर्ट-टर्म जरूरतों के लिए लिक्विड फंड्स और अन्य डेट फंड्स का चुनाव करें।
याद रखें कि बाजार की गिरावट स्थायी नहीं होती, और समय के साथ यह फिर से उभरता है। जो निवेशक इस उतार-चढ़ाव के दौरान संयम बनाए रखते हैं, वे ही असली विजेता होते हैं। इसलिए, इस स्थिति में घबराने की बजाय समझदारी से निवेश करने की रणनीति अपनाएं और खुद को बेहतर निवेशक बनाएं।
यदि आप भी इस असमंजस में हैं कि बाजार गिरने पर क्या करना चाहिए, तो घबराने की बजाय इन 10 अहम बातों को समझें और अपनाएं।
1. बाजार के शोर को नज़रअंदाज़ करें
जब शेयर बाजार तेजी में होता है, तो हर जगह खुशखबरी सुनाई देती है – “यह स्टॉक रॉकेट बनने वाला है”, “अब खरीदें, मौका हाथ से न जाने दें” आदि। लेकिन जैसे ही बाजार गिरता है, वही लोग मंदी की भविष्यवाणियां करने लगते हैं और डर का माहौल बना देते हैं। हकीकत यह है कि कोई भी बाजार की चाल को सटीकता से नहीं जानता। इसलिए खबरों और विशेषज्ञों की भविष्यवाणियों को ज्यादा गंभीरता से न लें। निवेश के फैसले भावनाओं के आधार पर नहीं, बल्कि सही रणनीति के साथ लें।
2. घबराकर शेयर बेचने की गलती न करें
कई निवेशक बाजार गिरते ही अपने शेयर बेचने लगते हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि वे और ज्यादा नुकसान झेलने से बच जाएंगे। लेकिन इतिहास गवाह है कि जो लोग गिरावट में धैर्य रखते हैं, वे ज्यादा लाभ कमाते हैं। शेयर बाजार में गिरावट एक अस्थायी प्रक्रिया होती है, और जो निवेशक लंबी अवधि के नजरिए से निवेश करते हैं, उन्हें घबराने की जरूरत नहीं होती। अच्छे स्टॉक्स को बेचकर नुकसान उठाने की बजाय, समझदारी से निवेश की रणनीति बनाएं।
3. एसेट एलोकेशन (संपत्ति आवंटन) पर ध्यान दें
बाजार में गिरावट के समय सबसे ज्यादा जरूरी होता है सही एसेट एलोकेशन। इसका मतलब यह है कि आपकी कुल संपत्ति विभिन्न जगहों पर निवेशित होनी चाहिए, जैसे कि इक्विटी, डेब्ट, गोल्ड और रियल एस्टेट। अगर आपका पूरा पैसा शेयर बाजार में लगा है और बाजार गिरता है, तो नुकसान ज्यादा होगा। लेकिन यदि आपने अलग-अलग एसेट क्लास में निवेश किया है, तो जोखिम संतुलित रहेगा। इसलिए, अपने निवेश को सही अनुपात में विभाजित करें और बाजार की स्थिति के आधार पर पोर्टफोलियो को समय-समय पर बैलेंस करें।
4. SIP बंद करने की गलती न करें
जब बाजार गिरता है, तो कई लोग डरकर अपनी सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) बंद कर देते हैं। लेकिन SIP का असली फायदा तभी मिलता है जब आप बाजार के हर उतार-चढ़ाव में निवेश जारी रखते हैं। SIP का मूल उद्देश्य है लागत को औसत (Rupee Cost Averaging) करना, जिससे आपको शेयर बाजार में दीर्घकालिक लाभ मिलता है। गिरावट के समय कम कीमत पर ज्यादा यूनिट्स खरीदने का मौका मिलता है, जिससे भविष्य में अधिक लाभ होता है। इसलिए, अगर आप लंबी अवधि के निवेशक हैं, तो SIP जारी रखें और बाजार की गिरावट को अवसर के रूप में देखें।
5. पूरे पैसे एक साथ निवेश न करें
कई निवेशक जब बाजार गिरता है तो यह सोचकर पूरा पैसा एक साथ निवेश कर देते हैं कि यह बाजार का निचला स्तर है। लेकिन कोई भी निश्चित रूप से नहीं कह सकता कि बाजार यहां से और गिरेगा या ऊपर जाएगा। इसलिए, एक ही बार में सारा पैसा निवेश करने की बजाय, इसे धीरे-धीरे चरणबद्ध तरीके से लगाएं। इस रणनीति को “स्टैगरड इन्वेस्टमेंट” कहा जाता है, जिससे आप विभिन्न स्तरों पर निवेश कर सकते हैं और अपने जोखिम को कम कर सकते हैं।
6. जल्दबाजी में फैसले लेने से बचें
जब बाजार तेजी से गिरता है, तो कई निवेशक भावनाओं में बहकर जल्दबाजी में फैसले ले लेते हैं। कुछ लोग घबराकर शेयर बेच देते हैं, तो कुछ निवेशक लालच में आकर बिना रिसर्च किए किसी भी गिरते हुए स्टॉक को खरीद लेते हैं। यह एक गलत रणनीति है। बाजार में सफलता उन्हीं को मिलती है जो धैर्य रखते हैं और ठंडे दिमाग से सोचते हैं। किसी भी निवेश से पहले कंपनी के फंडामेंटल्स, इंडस्ट्री ट्रेंड और अपने वित्तीय लक्ष्यों का मूल्यांकन करें।
7. सेक्टर और थीमैटिक फंड्स को सीमित रखें
बाजार में गिरावट के दौरान कुछ सेक्टर या थीमैटिक फंड्स ज्यादा नुकसान झेल सकते हैं। कई निवेशक तेजी के समय इन फंड्स में ज्यादा पैसा लगा देते हैं, लेकिन गिरावट आते ही भारी नुकसान झेलते हैं। इसलिए, सेक्टर आधारित या थीमैटिक निवेश को अपने मुख्य पोर्टफोलियो का हिस्सा न बनाएं। यह निवेश केवल आपके कुल पोर्टफोलियो का एक छोटा हिस्सा होना चाहिए, ताकि आपका जोखिम सीमित रहे।
8. लघु अवधि के लिए इक्विटी फंड्स में निवेश न करें
अगर आपका निवेश लक्ष्य 1-2 साल का है, तो शेयर बाजार की गिरावट आपके लिए परेशानी खड़ी कर सकती है। इक्विटी फंड्स हमेशा दीर्घकालिक निवेश के लिए होते हैं, क्योंकि वे समय के साथ बेहतर रिटर्न देते हैं। अगर आपको निकट भविष्य में पैसों की जरूरत है, तो आपको लिक्विड फंड्स, डेट फंड्स या फिक्स्ड डिपॉजिट जैसी सुरक्षित निवेश योजनाओं पर ध्यान देना चाहिए।
9. गिरावट को अवसर के रूप में देखें
बाजार की गिरावट को संकट की तरह नहीं, बल्कि अवसर के रूप में देखें। अगर कोई अच्छी क्वालिटी का स्टॉक महंगे मूल्य पर उपलब्ध नहीं था और अब सस्ते दामों पर मिल रहा है, तो यह आपके लिए एक सुनहरा मौका हो सकता है। वॉरेन बफेट भी कहते हैं – “जब लोग डर रहे हों, तब लालची बनो, और जब लोग लालची बनें, तब डर जाओ।” गिरावट के समय बेहतरीन कंपनियों के स्टॉक्स की लिस्ट तैयार करें और सही समय पर उनमें निवेश करें।
10. धैर्य और अनुशासन बनाए रखें
शेयर बाजार में सफलता का सबसे बड़ा मंत्र धैर्य और अनुशासन है। कोई भी बाजार हमेशा के लिए न तो ऊपर जाता है और न ही नीचे रहता है। बाजार की चाल को समझें, लंबी अवधि की सोच अपनाएं और अपने निवेश के साथ अनुशासित रहें। अगर आपने सही रिसर्च और प्लानिंग के साथ निवेश किया है, तो बाजार की गिरावट आपको परेशान नहीं करेगी, बल्कि यह एक नए अवसर की तरह लगेगी।
निष्कर्ष
शेयर बाजार में गिरावट हमेशा डरावनी लगती है, लेकिन यह लंबी अवधि के निवेशकों के लिए एक बेहतरीन मौका भी साबित हो सकती है। महत्वपूर्ण यह है कि घबराएं नहीं, जल्दबाजी में फैसले न लें और एक ठोस निवेश रणनीति पर टिके रहें। बाजार में धैर्य और अनुशासन के साथ निवेश करने वाले ही असली विजेता बनते हैं।
याद रखें, “बाजार गिरते नहीं हैं, बल्कि छूट पर मिलते हैं!” 🚀