पर्सनल फाइनेंस के 10 जादुई नियम: अपनी दौलत को तेजी से बढ़ाने के आसान टिप्स

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आज हम बात करेंगे 10 बहुत ही सरल पर्सनल फाइनेंस रूल्स के बारे में, जो आपकी वेल्थ क्रिएशन में मदद करेंगे और आपके लिए फाइनेंस के हर रोज़ के कैलकुलेशन को आसान बना देंगे। तो चाहे आप मैथ में कितने भी बुरे क्यों न हों, इन रूल्स को जानने के बाद हर कोई आपकी फाइनेंस की समझ देखकर हैरान रह जाएगा। तो चलिए, बिना किसी देरी के, पर्सनल फाइनेंस के इन 10 मैजिक रूल्स को एक-एक करके समझते हैं:

पर्सनल फाइनेंस के 10 जादुई नियम: अपनी दौलत को तेजी से बढ़ाने के आसान टिप्स

1. रूल ऑफ 72

रूल ऑफ 72 एक ऐसा फॉर्मूला है, जो आपको यह बताने में मदद करेगा कि आपके पैसे को दोगुना होने में कितना समय लगेगा। अगर आप कोई स्कीम चुनते हैं, जिसमें निश्चित ब्याज दर (जैसे FD, मनी बैक प्लान आदि) मिल रही है, तो इस रूल से आप कुछ ही सेकंड में पता कर सकते हैं कि आपके पैसे को दोगुना होने में कितने साल लगेंगे।

कैसे इस्तेमाल करें:

बस 72 को उस ब्याज दर से विभाजित करें, जो आपको मिल रही है। उदाहरण के लिए, अगर आपका निवेश 7% की दर से ब्याज दे रहा है, तो 72 को 7 से विभाजित कर दें। यह लगभग 10 साल बताएगा, यानी 10 साल में आपका पैसा दोगुना हो जाएगा।

यह रूल 4% से 15% के बीच के ब्याज दर पर अच्छे से काम करता है, अगर ब्याज दर इससे कम या ज्यादा हो, तो आपको यह ध्यान देना होगा कि स्कीम में कुछ गड़बड़ हो सकती है।

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2. रूल ऑफ 100 – एज

यह रूल आपके लिए निवेश के आवंटन (asset allocation) को समझने में मदद करता है। यह बताता है कि आपको अपनी उम्र के हिसाब से कितना पैसा इक्विटी (Equity) और कितना पैसा बाकी असेट्स (जैसे गोल्ड, डेट, रियल एस्टेट आदि) में डालना चाहिए।

कैसे इस्तेमाल करें:

अगर आपकी उम्र 30 साल है, तो 100 में से 30 घटा दें। नतीजा है 70, यानी आपको अपने कुल निवेश का 70% इक्विटी में डालना चाहिए और बाकी 30% गोल्ड, डेट, रियल एस्टेट आदि में। अगर आपकी उम्र 40 साल है, तो 100-40 = 60% इक्विटी में और बाकी 40% दूसरे असेट्स में। यह रूल सामान्य निवेशकों के लिए है, जिनके पास ज्यादा लोन नहीं है या जिन पर कोई बड़ी जिम्मेदारी नहीं है।

3. 50/30/20 रूल

यह रूल आपकी इनकम को तीन हिस्सों में बांटने का तरीका बताता है ताकि आप अपने खर्चों और बचत में संतुलन बना सकें।

कैसे इस्तेमाल करें:

1. 50% अपनी ज़रूरतों (Needs) पर खर्च करें – जैसे किराया, राशन, बिजली का बिल, बच्चों की शिक्षा आदि।
2. 30% अपनी इच्छाओं (Wants) पर खर्च करें – जैसे छुट्टियों पर जाना, पार्टी करना, नई गैजेट्स खरीदना आदि।
3. 20% निवेश (Invest) करें – यह रकम आप अपनी भविष्य की जरूरतों के लिए बचा सकते हैं, जैसे रिटायरमेंट, बच्चों की शिक्षा, या कोई बड़ा गोल।

4. 6x इमरजेंसी फंड रूल

हर किसी को अपनी जीवनशैली और ज़रूरतों के हिसाब से इमरजेंसी फंड रखना चाहिए ताकि किसी भी अप्रत्याशित परिस्थिति में आपको आर्थिक तनाव न हो।

कैसे इस्तेमाल करें:

आपके हर महीने के खर्च का 6 गुना राशि इमरजेंसी फंड में होनी चाहिए। अगर आपके महीने का खर्च ₹30,000 है, तो आपको कम से कम ₹1,80,000 का इमरजेंसी फंड रखना चाहिए। यह फंड आप ऐसे खाते में रखें, जहां से आप जल्दी पैसा निकाल सकें।

5. 20x लाइफ इंश्योरेंस रूल

आपको कितना लाइफ इंश्योरेंस लेना चाहिए, यह जानना बहुत जरूरी है। अगर आप अपने परिवार की वित्तीय सुरक्षा के बारे में सोच रहे हैं, तो यह रूल आपके लिए है।

कैसे इस्तेमाल करें:

अपनी सालाना इनकम का 20 गुना लाइफ इंश्योरेंस लें। अगर आपकी सालाना इनकम ₹5 लाख है, तो आपको ₹1 करोड़ का लाइफ इंश्योरेंस लेना चाहिए। और याद रखें, यह रूल सिर्फ टर्म इंश्योरेंस के लिए है।

6. 40% EMI रूल

यह रूल बताता है कि आपकी कुल इनकम में से कितना हिस्सा आपको अपने लोन की EMI पर खर्च करना चाहिए ताकि आपकी वित्तीय स्थिति स्थिर बनी रहे।

कैसे इस्तेमाल करें:

आपकी कुल इनकम का 40% से ज्यादा हिस्सा EMI में नहीं जाना चाहिए। अगर आपकी महीने की इनकम ₹50,000 है, तो आपकी कुल EMI ₹20,000 से ज्यादा नहीं होनी चाहिए।

7. Rule of 4% – Safe Withdrawal Rate

अगर आप रिटायरमेंट के बाद अपने निवेश से पैसा निकाल रहे हैं, तो आपको हर साल अपने निवेश का केवल 4% ही निकालना चाहिए ताकि आपका पैसा ज्यादा समय तक चले।

कैसे इस्तेमाल करें:

अगर आपके पास ₹50 लाख हैं, तो हर साल केवल ₹2 लाख ही निकालें। इससे आप 25 साल तक अपने पैसे को सुरक्षित तरीके से निकाल सकते हैं।

8. 1% रूल – हाउसिंग खर्च

यह रूल बताता है कि आपको अपनी कुल संपत्ति का कितना प्रतिशत घर की मरम्मत और रखरखाव पर खर्च करना चाहिए।

कैसे इस्तेमाल करें:

आपकी प्रॉपर्टी की कुल कीमत का 1% हर साल रखरखाव पर खर्च करें। अगर आपके घर की कीमत ₹50 लाख है, तो हर साल ₹50,000 रखरखाव के लिए अलग रखें।

9. 10/5/3 रूल

यह रूल बताता है कि आपको अलग-अलग निवेश साधनों से कितनी दर से रिटर्न मिल सकता है।

कैसे इस्तेमाल करें:

– 10% रिटर्न इक्विटी से।
– 5% रिटर्न बॉन्ड्स से।
– 3% रिटर्न सेविंग अकाउंट से।

यह रूल आपको निवेश के लिए एक सामान्य आईडिया देता है।

10. रूल ऑफ 114 और 144

यह रूल आपके पैसे को तिगुना और चौगुना करने के समय का हिसाब लगाता है।

कैसे इस्तेमाल करें:

– रूल ऑफ 114: पैसे को तिगुना करने का समय जानने के लिए 114 को ब्याज दर से विभाजित करें।
– रूल ऑफ 144: पैसे को चौगुना करने का समय जानने के लिए 144 को ब्याज दर से विभाजित करें।

अगर ब्याज दर 12% है, तो पैसे को तिगुना करने में 9.5 साल और चौगुना करने में 12 साल लगेंगे।

निष्कर्ष:

इन 10 मैजिक रूल्स को समझकर आप अपने वित्तीय जीवन को बेहतर बना सकते हैं। ये रूल्स आपको स्मार्ट निवेशक बनने में मदद करेंगे और आपको हर रोज़ के फाइनेंशियल डिसीजन को तेज़ी से लेने में सक्षम बनाएंगे। हालांकि, ये रूल्स एक गाइडलाइन की तरह हैं, व्यक्तिगत वित्तीय सलाह के लिए हमेशा एक विशेषज्ञ से संपर्क करें।

ध्यान दें: इन रूल्स को अपनी परिस्थिति और जोखिम क्षमता के हिसाब से अपनाएं। फाइनेंस की इस जानकारी के साथ आपके दोस्तों के बीच आप एक फाइनेंस गुरु बन सकते हैं! 😊

 

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