भारत की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी, रिलायंस जियो, जल्द ही आईपीओ के जरिए शेयर बाजार में कदम रख सकती है। मुकेश अंबानी ने 2019 में घोषणा की थी कि रिलायंस जियो और रिलायंस रिटेल अगले 5 साल में शेयर बाजार में लिस्ट होंगी। इस घोषणा के बाद से, देश में निवेशकों में जियो के आईपीओ को लेकर लगातार उत्सुकता बनी हुई है। अब, 2025 में जियो के आईपीओ के आने की संभावना है, जिससे यह भारत का सबसे बड़ा आईपीओ बन सकता है।
जियो के आईपीओ को लेकर ताजा जानकारी
रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत के सबसे धनी व्यक्ति मुकेश अंबानी ने जियो के आईपीओ को अगले साल यानी 2025 में लॉन्च करने का निर्णय लिया है। विशेषज्ञों का मानना है कि जियो की वैल्यूएशन लगभग 100 बिलियन डॉलर से अधिक हो सकती है। वहीं, दूसरी ओर, रिलायंस रिटेल के आईपीओ के लिए अभी लंबा इंतजार करना पड़ सकता है।
रिलायंस रिटेल के आईपीओ पर असमंजस
सूत्रों के मुताबिक, रिलायंस रिटेल के आईपीओ को लेकर अभी कोई निश्चित जानकारी नहीं है। इसके पीछे कारण यह बताया जा रहा है कि रिलायंस रिटेल अभी भी अपने आंतरिक बिजनेस मॉडल और ऑपरेशनल चुनौतियों पर काम कर रही है। हालांकि, 2019 में मुकेश अंबानी ने दोनों कंपनियों के आईपीओ की बात कही थी, लेकिन इसके बाद से रिटेल के आईपीओ को लेकर कोई स्पष्ट अपडेट सामने नहीं आया है।
जियो की आईपीओ वैल्यूएशन कितनी होगी?
रॉयटर्स की रिपोर्ट में बताया गया है कि अभी तक रिलायंस जियो की वैल्यूएशन पर कोई आंतरिक फैसला नहीं हुआ है, और ना ही किसी बैंकर को अपॉइंट किया गया है। हालांकि, जुलाई में जेफरीज ने अनुमान लगाया था कि जियो के आईपीओ की संभावित वैल्यूएशन 112 बिलियन डॉलर हो सकती है। यह आंकड़ा इसे भारत के इतिहास का सबसे बड़ा आईपीओ बना सकता है।
भारत का सबसे बड़ा आईपीओ बनने की संभावना
रिलायंस जियो का आईपीओ भारत के सबसे बड़े आईपीओ का रिकॉर्ड तोड़ सकता है। हाल ही में हुंडई मोटर इंडिया ने अपने आईपीओ के जरिए 3.3 बिलियन डॉलर जुटाए थे, लेकिन जियो का आईपीओ इससे कहीं अधिक राशि जुटाने का लक्ष्य रखता है। अगर सब कुछ योजना के अनुसार रहा तो यह भारत के आईपीओ इतिहास में सबसे बड़ा होगा। हालांकि, कुछ सूत्रों का यह भी कहना है कि समय सीमा में बदलाव हो सकता है और 2025 में लॉन्च की योजना पर अंतिम निर्णय स्थितियों के आधार पर ही लिया जाएगा।
निवेशकों के लिए सुनहरा मौका
रिलायंस जियो का आईपीओ आने वाले साल में एक बड़ी घटना हो सकती है, खासकर उन निवेशकों के लिए जो टेलीकॉम सेक्टर में निवेश करना चाहते हैं। जियो ने भारतीय टेलीकॉम मार्केट में बड़े बदलाव लाए हैं, और इसके आईपीओ से निवेशकों को बेहतरीन रिटर्न की उम्मीद है।
रिलायंस की टेलीकॉम और रिटेल में विस्तार योजनाएं
जियो और रिटेल दोनों रिलायंस इंडस्ट्रीज की प्रमुख कंपनियां हैं, और मुकेश अंबानी का लक्ष्य इन्हें और बड़े स्तर पर ले जाना है। कंपनी लगातार अपने बिजनेस मॉडल में बदलाव कर रही है और नई टेक्नोलॉजी और डिजिटलाइजेशन पर जोर दे रही है। ऐसे में जियो के आईपीओ का लॉन्च होना रिलायंस के लिए एक महत्वपूर्ण कदम होगा।
क्या निवेशकों के लिए सही समय है?
जियो का आईपीओ आने से पहले ही इस पर बाजार में चर्चाएं शुरू हो गई हैं। टेलीकॉम सेक्टर में निवेश करने का यह सही समय माना जा रहा है क्योंकि जियो के आईपीओ से निवेशकों को अच्छे मुनाफे की संभावना है। अगर आप भी टेलीकॉम सेक्टर में निवेश की योजना बना रहे हैं, तो जियो का आईपीओ एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है।
निष्कर्ष: रिलायंस जियो का आईपीओ भारत के इतिहास में सबसे बड़ा आईपीओ बनने की कगार पर है। निवेशकों के लिए यह एक सुनहरा मौका हो सकता है, जो देश के सबसे बड़े टेलीकॉम सेक्टर में हिस्सेदारी पाना चाहते हैं। हालांकि, रिलायंस रिटेल के आईपीओ को लेकर अभी कोई स्पष्ट समय सीमा तय नहीं है, लेकिन जियो का आईपीओ 2025 में आने की उम्मीद है।